कैसे हो तुम चंदा मामा हाल पूछने आये हम। कहते हैं तुम सदियों पहले धरती से ही आये थे।
इस वीरान जगह पर आकर अपना भवन बनाये थे। अब तक तो तुमको बस केवल लोरी में सुन पाये हम। कोई कहता था सुन्दर हो कोई बस परछाईं हो।
हमने बचपन से यह जाना तुम मम्मी के भाई हो। इतने दिनों बाद आये हैं फिर भी कब घबराये हम। स्वागत करो हमारा, देखो मथुरा कासी आये हैं।
सारी दुनिया को बतला दो भारतवासी आये हैं। देखो अपने साथ निशानी एक तिरंगा लाये हम हाल पूछने आये हम।
- ज्ञानप्रकाश आकुल
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